इश्क़ पर जोर नहीं है ये वो आतिश ‘ग़ालिब’।
कि लगाये न लगे और बुझाये न बुझे।।
New Hindi Shayari Collection

ऐसा क्या बोलूं कि तेरे दिल को छू जाए,
ऐसी किससे दुआ मांगू कि तू मेरी हो जाए,
तुझे पाना नहीं तेरा हो जाना है मन्नत मेरी,
ऐसा क्या कर दूं कि ये मन्नत पूरी हो जाए।
हर कदम हर पल साथ है , दूर होकर भी हम आपके पास है ,
आपको हो न हो पर हमे आपकी कसम , आपकी कमी का हर पल एहसास है .
ए इश्क मेरा ऐहतेराम कर
एक सरफिरे की अनमोल मोहब्बत हूँ मैं
क्या चाहूँ रब से तुम्हें पाने के बाद,
किसका करूँ इंतज़ार तेरे आने के बाद,
क्यों मोहब्बत में जान लुटा देते हैं लोग,
मैंने भी यह जाना इश्क़ करने के बाद।
इस से पहले की सारे ख्वाब टूट जाएँ, और यह ज़िन्दगी हम से रूठ जाए,
एक दुसरे के प्यार में खो जाएँ इस कदर, के हम सारे ग़मों को भूल जाएँ!
खुद पुकारेगी मंज़िल तो ठहर जाऊँगा
वरना खुद्दार मुसाफिर हूँ गुजर जाऊँगा
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Pretty nice words:)